लीसे का भुगतान नहीं होने से नाराज लीसा श्रमिक और ठेकेदारों का बुधवार को गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय अल्मोड़ा वन प्रभाग, प्रभागीय वनाधिकारी सिविल एवं सोयम वन प्रभाग, वन संरक्षक उत्तरी कुमाऊं वृत्त के कार्यालयों में ताले जड़ दिए और कार्यालयों के बाहर धरने पर बैठे। उन्होंने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। तालांबदी के दौरान कार्यालयों में कामकाज प्रभावित रहा। श्रमिकों ने जल्द भुगतान न होने पर आमरण अनशन करने की चेतावनी दी।
धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि धरने को 12 दिन हो गए हैं लेकिन अब तक भुगतान नहीं किया गया है। 2015-16 का भुगतान नहीं होने से उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार और वन विभाग पर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वन विभाग की लापरवाही के कारण श्रमिक आर्थिक रूप से परेशान हैं। उन्होंने जल्द भुगतान नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी। किसी अनहोनी के मद्देनजर प्रदर्शन स्थल पर पुलिस बल भी तैनात था।
तालाबंदी करने वालों में हरीश पांडे, सुरेंद्र बेलवाल, राजेंद्र किरौला, दिगंबर बिष्ट, भूपाल रावत, कुशाल चिलवाल, पीसी जोशी, विनोद जोशी, चेतन जोशी, पूरन पाटनी, गणेश बिनवाल, खीम सिंह बिष्ट, राधा बल्लभ, विपिन पंत, राजेंद्र सिंह, दीपक पांडे, मोहन सिंह रावत, ललित उप्रेती, मंजू किरौला, संजय सिंह, कैलाश कांडपाल, दिनेश कांडपाल, गिरीश पेटशाली, महिपाल सिंह, पान सिंह चिलवाल, तुलसी बिष्ट, हीरा देवी, वसंती देवी, रूपा देवी, गीता देवी, चंदन सिंह, लछम सिंह, चंदन नेगी, कृपाल सिंह आदि शामिल हैं।